त्योहारी सीजन से पहले सब्जियों की महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का बजट, प्याज-टमाटर के साथ लहसुन के बढ़े दामों से गृहणियों की बढ़ी परेशानी

    कोरबा: त्योहारी सीजन से पहले सब्जियों की आसमान छूती कीमतों ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। प्याज और टमाटर के बढ़ते दामों ने खाने का स्वाद फीका कर दिया है। पिछले हफ्ते तक जो टमाटर 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वह अब 80 रुपये प्रति किलो हो गया है। वहीं, प्याज भी 60 रुपये से बढ़कर 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकने लगा है। इस महंगाई ने लोगों की जेब पर भारी असर डाला है।

    लहसुन की भी कीमतें बढ़ीं
    प्याज और टमाटर के बाद लहसुन ने भी महंगाई की होड़ में अपना रंग दिखा दिया है। लहसुन के दाम 300 से 320 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं, जिससे रसोई का बजट और बिगड़ गया है। लहसुन की कीमतों में आई इस बढ़ोतरी ने गृहणियों को बड़ी मुश्किल में डाल दिया है, क्योंकि इसे खाने में एक आवश्यक मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

    त्योहारी सीजन में नहीं मिलेगी राहत
    त्योहारों का सीजन नजदीक होने के बावजूद सब्जियों की कीमतों में कमी के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। व्यापारियों के अनुसार, अगले 15-20 दिनों तक दामों में कमी होने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि मांग बढ़ने के साथ ही सब्जियों की आपूर्ति पर भी असर पड़ रहा है। फेस्टिवल सीजन शुरू होते ही बाजार में मांग बढ़ जाती है, जिसके कारण कीमतें और भी बढ़ सकती हैं।

    महंगाई की मार
    इस महंगाई से सबसे ज्यादा परेशान गृहणियां हो रही हैं, जिन्हें अपने घर का बजट संभालना मुश्किल हो रहा है। जहां पहले प्याज-टमाटर का तड़का हर भोजन का हिस्सा होता था, वहीं अब इसकी बढ़ी कीमतों के कारण लोगों को इनका उपयोग सीमित करना पड़ रहा है। लहसुन की ऊंची कीमतों ने भी लोगों के खाने से स्वाद को कम कर दिया है।

    कोरबा के स्थानीय बाजारों में सब्जियों की कीमतों पर नियंत्रण ना होने से लोगों को त्योहारों पर भी महंगी सब्जियां खरीदनी पड़ सकती हैं। महंगाई से जूझ रहे आम उपभोक्ताओं को सब्जियों की आसमान छूती कीमतों से राहत मिलना फिलहाल मुश्किल दिख रहा है।