कोरबा। छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख ने कोरबा जिले के कटघोरा वनमंडल में पदस्थ रेंजर देवदत्त खाण्डे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई एतमानार परिक्षेत्र में पी.ओ.आर. प्रकरणों की जांच, वन अपराधों के रोकथाम और वन्यजीवों के अवैध शिकार की रोकथाम में रेंजर खाण्डे द्वारा बरती गई गंभीर लापरवाही और उदासीनता के कारण की गई है।
शिकायत और जांच की प्रक्रिया
वन विभाग को रेंजर देवदत्त खाण्डे के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने बिना कार्य कराए प्रमाणक प्रस्तुत किए थे। इस शिकायत की जांच वनमंडलाधिकारी, कटघोरा द्वारा की गई, जिसमें शिकायत सही पाई गई। इसके अतिरिक्त जांच में यह भी सामने आया कि रेंजर खाण्डे एतमानार परिक्षेत्र में वन अपराधों की जांच और अवैध शिकार की रोकथाम में असफल रहे।
रेंजर की लापरवाही के कारण वन अपराध और अवैध शिकार की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई, जिससे क्षेत्र में वन्यजीवों और जंगल की सुरक्षा को खतरा पहुंचा। उनकी इस उदासीनता के कारण वनमंडल में कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे थे।
निलंबन का आदेश और आगे की कार्रवाई
रेंजर देवदत्त खाण्डे की इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियमों के तहत शासकीय कार्यों और पदीय दायित्वों के निर्वहन में असफलता के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख ने उन्हें प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में वे नियमानुसार केवल आधा वेतन प्राप्त करेंगे और विभागीय जांच जारी रहेगी।
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