दुनिया के 50 अनोखे होटल में भारत से सिर्फ सुजान-जवाई:टेंटनुमा सुइट का दरवाजा खोलते ही सामने घने जंगल में दिखते हैं लेपर्ड

    दुनिया में मेजबानी के लिए मशहूर राजस्थान के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश का सुजान जवाई होटल (पाली) दुनिया के 50 अनूठे होटलों में शामिल किया गया है। लिस्ट में शामिल यह भारत से एकमात्र होटल 43वें स्थान पर रहा। हाल ही में लंदन के मशहूर गिल्ड हॉल में पुरस्कार समारोह का आयोजन कर रैंकिंग की घोषणा की गई।

    पूरी दुनिया से अनोखे बेहतरीन 50 होटल को चुनने में 600 एक्सपर्ट होटल बिजनेसमैन, ट्रैवल जर्नलिस्ट, टीचर और वर्ल्ड ट्रैवलर्स ने एक साल का समय लिया। उन्होंने दुनिया के सभी महाद्वीपों में होटल्स को अलग-अलग विशेषताओं के आधार पर परखा और फिर 50 होटलों का चयन किया।

    ड्रोन से देखिए सुजान जवाई कैंप का एरिया, जिसमें चारों तरफ हरियाली नजर आ रही है।
    ड्रोन से देखिए सुजान जवाई कैंप का एरिया, जिसमें चारों तरफ हरियाली नजर आ रही है।

     सुजान जवाई की कुछ ऐसी खासियत हैं, जो इसे भारत और दुनिया के अन्य होटलों से अलग करती हैं। यह होटल शहर में नहीं बल्कि घने जंगल के बीच है। पाली जिले में जवाई नदी पर बने जवाई बांध के उत्तर-पूर्व में अरावली की पहाड़ियों के बीच यह होटल 10 अलग-अलग कैंप में बंटा हुआ है। यह लेपर्ड सफारी से 10 किमी. और जवाई डैम से 12 किमी. की दूरी पर है।

    होटल ने जंगल को या वन्यजीवों को नुकसान नहीं पहुंचाया है। स्थानीय समुदायों को भी विस्थापित नहीं किया है। जंगल में जंगल को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह प्रयास किया गया है कि होटल के कारण जंगल को किसी भी तरह का शोर-शराबा या गंदगी न झेलनी पड़े। यहां जंगल और होटल एक नजर आते हैं। यही वजह है कि इसे दुनिया के 50 बेहतरीन और अनूठे होटलों में शामिल किया गया है।

    लंच और डिनर के वक्त सामने खुला जंगल नजर आता है।
    लंच और डिनर के वक्त सामने खुला जंगल नजर आता है।
    यहां पूल एरिया से शाम के वक्त जंगल और पहाड़ खूबसूरत नजर आते हैं।
    यहां पूल एरिया से शाम के वक्त जंगल और पहाड़ खूबसूरत नजर आते हैं।

     होटल में काम करने वाले लोग वेटर्स की वेशभूषा में नहीं होते। ये स्थानीय लोग हैं, जिनके परिवार आस-पास के गांवों में रहते हैं। होटल के लिए गायों का दूध, सब्जियां, सुरक्षा और भेड़-बकरियां चराने का काम ये ही लोग करते हैं। ऐसे में इस होटल में ठहरने वाले मेहमान चरवाहों के साथ जंगल में घूम सकते हैं। स्थानीय रहन-सहन देख सकते हैं। गांव के लोगों के खान-पान और संस्कृति को समझ सकते हैं।

    यहां आने वाले गेस्ट चरवाहों के साथ जंगल घूम सकते हैं। उनसे बात कर सकते हैं और कल्चर को समझ सकते हैं।
    यहां आने वाले गेस्ट चरवाहों के साथ जंगल घूम सकते हैं। उनसे बात कर सकते हैं और कल्चर को समझ सकते हैं।

     सुजान जवाई एक वाइल्डरनेस कैंप है। यह जंगल और गांव के बीच संतुलन बनाते हुए अपने मेहमानों की मेजबानी करता है। यहां ठहरने वाले गेस्ट को अपने सुइट का दरवाजा खोलते ही जंगल नजर आएगा। सुइट के चारों तरफ जंगल है। कुछ दूरी पर मेहमान तेंदुए, हिरण, लकड़बग्घे, मगरमच्छ और अन्य वन्यजीवों को नजदीक से देख सकते हैं। वे जंगल की शांति को महसूस कर सकते हैं।

    यह इलाका पक्षियों के लिए भी स्वर्ग माना जाता है। यहां पक्षियों की 250 से ज्यादा प्रजातियां हैं। जंगल के शांत वातावरण में मेहमान अपने सुइट के आस-पास अलग-अलग प्रजातियों की चिड़ियों को देख पाते हैं। फ्लेमिंगो और सारस उड़कर सुइट तक आ जाते हैं।

    होटल के आसपास पक्षियों की 250 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं।
    होटल के आसपास पक्षियों की 250 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं।

    होटल में 10 टेंट सुइट हैं। इनमें रॉक सुइट, फैमिली सुइट और रॉयल पैंथरा सुइट हैं। हर सुइट से पहाड़, जंगल, तालाब का नजारा मिलता है। सुइट में पर्सनल स्विमिंग पूल और बटलर उपलब्ध हैं।

    पहाड़ियों पर लेपर्ड भी घूमते नजर आते हैं। होटल में मेहमान को जंगल में लेपर्ड सफारी कराई जाती है। अरावली की पहाड़ियों में मेहमान पैदल घूम सकते हैं। साइकिल चला सकते हैं या जीप राइड कर सकते हैं।

    इलाके में लेपर्ड का मूवमेंट है। होटल से कई बार इन्हें पहाड़ी पर घूमते देखा जाता है। जवाई लेपर्ड सफारी सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है।
    इलाके में लेपर्ड का मूवमेंट है। होटल से कई बार इन्हें पहाड़ी पर घूमते देखा जाता है। जवाई लेपर्ड सफारी सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है।
    जंगल की बीच मेजबानी का शांत और दिलचस्प वातावरण ही इस होटल की यूएसपी है। इसीलिए इसे बेस्ट 50 होटलों में चुना गया है।
    जंगल की बीच मेजबानी का शांत और दिलचस्प वातावरण ही इस होटल की यूएसपी है। इसीलिए इसे बेस्ट 50 होटलों में चुना गया है।

    द वर्ल्ड 50 बेस्ट होटल्स कार्यक्रम के मैनेजिंग डायरेक्टर टिम ब्रूक वेब ने लंदन में कहा- दुनिया के 50 होटलों को एक मंच पर सम्मानित होते देखना अनूठा पल है। पर्यटन एक्सपट्‌र्स पर इन सभी होटलों ने गहरा असर डाला। आशा है कि हम दुनिया के लोगों को अपनी अगली यात्रा चुनने की प्रेरणा देंगे।

    होटलों का चुनाव 50 से 1 नंबर तक काउंट डाउन के तहत किया गया। इसमें भारत का जवाई सुजान 43वें नंबर पर रहा। कार्यक्रम में रैंकिंग के साथ विशेष पुरस्कार भी दिए गए।

    सुजान जवाई को 50 बेहतरीन होटलों में चुने जाने के बाद होटल के फाउंडर जैसल सिंह और उनकी पत्नी अंजलि सिंह ने बयान जारी कर खुशी जताई। उनका कहना है- यहां आने वाले मेहमान अपने आप को होटल के कमरों में बंद महसूस नहीं करते। खुले आसमान के नीचे, जंगल में, शांत वातावरण ही इसकी यूएसपी है।

    होटल प्रबंधन की ओर से स्थानीय समुदायों के लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराए गए, उनका जीवन स्तर सुधारने के लिए शिक्षा कार्यक्रम चलाए गए, पशु चिकित्सा शिविर भी आयोजित किए जाते हैं। जंगल बचाने की मुहिम भी होटल की ओर से की जाती है। इसके तहत पौधारोपण किया जाता है और उन्हें संरक्षित किया जाता है। एक तरह से यह रिवाइल्डिंग प्रोजेक्ट की तरह है जो जंगली जानवरों के कुदरती इलाकों की रक्षा कर रहा है।

    सुजान जवाई कैंप के फाउंडर जैसल सिंह हैं। उन्होंने साल 2000 में इसे शुरू किया था।
    सुजान जवाई कैंप के फाउंडर जैसल सिंह हैं। उन्होंने साल 2000 में इसे शुरू किया था।

    जैसल-अंजलि बीते 10 साल से घरेलू वन्यजीवों की प्रजातियों को दोबारा स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं। जंगली जानवरों के रहने के स्थानों को ठीक कराया गया है। जलाशयों की व्यवस्था की है। आश्रय स्थलों से छेड़छाड़ नहीं की गई और सुरक्षित वातावरण मुहैया कराया गया। इससे इलाके में जैव विविधता फलने-फूलने में मदद मिली। जैसल सिंह ने वर्ष 2000 में सुजान जवाई की स्थापना की थी। इसके बाद पत्नी अंजलि के साथ मिलकर दायरा बढ़ाया।

     सुजान जवाई प्राइवेसी और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहां बॉलीवुड कलाकार रणवीर कपूर और आलिया भट्‌ट आ चुके हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अल्लू अर्जुन जैसे राजनीति और मनोरंजन क्षेत्र के सेलिब्रिटी यहां रुक चुके हैं। इसके अलावा दुनियाभर के सेलिब्रिटी को यहां की शांति और प्राइवेसी पसंद आती है।

    यहां रॉक सुइट में दो लोगों का प्रति रात का किराया सवा लाख रुपए से शुरू होता है। इसमें सुबह का नाश्ता, लंच- डिनर मिलता है। टैक्स अलग से लगते हैं। जंगल में दो बार राइड करने को मिलता है। लॉन्ड्री और वाई-फाई की सुविधा मिलती है। इसके अलावा वन संरक्षण के लिए प्रति व्यक्ति 2500 रुपए देने होते हैं।

    राजस्थान की मेजबानी पूरी दुनिया के पर्यटकों को पसंद आती है। राजस्थान में रोजाना हजारों देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं। पिछले कुछ सालों में सेलिब्रिटी उदयपुर, जोधपुर सहित कई शहरों में प्राचीन किलों में शादी करने आ चुके है। वाइल्ड लाइफ और एकांत पसंद करने वाले सेलिब्रिटी राजस्थान का रुख करते हैं। खास कर न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए भी वे राजस्थान आते हैं।