कोरबा / छत्तीसगढ़-राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस के अवसर पर आज दिनांक 21/4/2025 को शासकीय नवीन आदर्श महाविद्यालय बंजारी कोरबा में बी. ए. द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के बीच पर चर्चा का कार्यक्रम रखा गया था जिसमें इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश्वरी कुर्रे ने कहा कि आज ही के दिन 21 अप्रैल 1947 को भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने दिल्ली के मेटाकाफ हाउस में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित किया था और अपनी प्रभावशाली भाषण में उन्होंने सिविल सेवकों को भारत का स्टील फ्रेम कहा था। उन्होनें इन अधिकारियों को देश सेवा के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा दी। इस ऐतिहासिक भाषण की स्मृति में भारत सरकार ने 2006 से 21 अप्रैल को राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस के रूप में मनाना शुरू किया है। कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए राजनीतिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर अंजु दिवाकर ने कहा कि वैसे तो वॉरेन हेस्टिंग्स ने भारत में सिविल सेवा की नींव रखी, लेकिन लॉर्ड कॉर्नवालिस ने इसे और मजबूत बनाया था। इसके बाद सिविल सेवा में सुधारों का दौर प्रारंभ हो गया। लॉर्ड कॉर्नवालिस ने सिविल सेवा के कामकाज में सुधार किए, जिससे प्रशासन में बेहतर कार्यक्षमता और पारदर्शिता आई। स्वतंत्र भारत में इस दिशा में कई परिवर्तन देखने को मिलता है। राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस के अवसर पर उन अधिकारियों के मेहनत, ईमानदारी और समर्पण को हम याद कर रहे हैं जो देश के शासन तंत्र को प्रभावी रूप से चलते हैं। अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. ललिता प्रजापति ने कहा कि यह दिन सभी सिविल सेवा अधिकारियों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है कि वह देश के लिए एक ईमानदार उत्तरदायी और सेवा अधिकारी बन सकते हैं। इस कार्यक्रम में बीए द्वितीय वर्ष के खुशी यादव, ओम राठौर, बेबी बानो, रिजवान खान, आयशा दिवाकर, रचना लदेर, प्रभा मैना, शानू महंत, ज्योति परस्ते आदि छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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